Shohar ko Kabu Karne ki Dua, Wazifa or Taweez – Love
१. सबसे पावरफुल दुआ – सूरह यासीन की ये आयत रोज़ पढ़ें
सूरह यासीन की आयत नंबर ५८ पढ़ने का अमल सबसे तेज़ असर करता है। Shohar ko Kabu Karne ki Dua
आयत: سَلَامٌ قَوْلًا مِّن رَّبٍّ رَّحِيمٍ
अमल का तरीक़ा:
- हर नमाज़ के बाद ११ बार इस आयत को पढ़ें
- पढ़ते वक़्त शोहर का नाम और उसकी माँ का नाम लें (मिसाल: या अल्लाह, फलाँ बिन फलाँ को मेरे क़ाबू में कर दे)
- फिर ७ बार दुरूद-ए-इब्राहीम पढ़कर दम करें
- यह अमल २१ दिन तक लगातार करें
हज़ारों बहनें सिर्फ़ ७-११ दिन में ही फर्क़ महसूस करने लगीं – शोहर का गुस्सा कम हुआ और मोहब्बत बढ़ गई।
२. रात को सोते वक़्त पढ़ने वाला ख़ास वज़ीफ़ा
सूरह अल फ़ातिहा ४१ बार + आयतुल कुर्सी ७ बार
तरीक़ा:
- रात को तहज्जुद या इशा के बाद वुज़ू करके बैठें
- पहले ११ बार दुरूद-ए-पाक
- फिर सूरह फ़ातिहा ४१ बार (हर बार शोहर का नाम लेकर)
- फिर आयतुल कुर्सी ७ बार
- आख़िर में फिर ११ बार दुरूद
- इसके बाद हाथ पर दम करके शोहर के तकिए पर फूँक मार दें (बिना उसको पता चले)

यह वज़ीफ़ा सिर्फ़ ११ दिन में शोहर को आपकी मोहब्बत में दीवाना बना देता है।
३. शोहर के खाने-पीने में पढ़कर डालने का अमल
सूरह अर-रहमान की आख़िरी दो आयतें २१-२१ बार
فَبِأَيِّ آلَاءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ
- किसी मीठी चीज़ (खीर, हलवा, शर्बत) पर २१ बार पढ़ें
- दम करके शोहर को खिला दें
- यह अमल जुमेरात की रात से शुरू करें
- ७ जुमेरात तक करें
इंशाअल्लाह शोहर का दिल आपकी तरफ़ इतना झुक जाएगा कि वो खुद आपसे मोहब्बत करने लगेगा।
४. सबसे असरदार तावीज़ (लिखकर पहनने वाला)
यह तावीज़ सिर्फ़ नेक नीयत के लिए लिखा जाता है।
तावीज़ में लिखने वाली आयतें:
- आयतुल कुर्सी
- सूरह काफिरून (४ बार)
- सूरह इख्लास, फलक़, नास (प्रत्येक ३-३ बार)
- नीचे लिखा दुआ: يَا وَدُودُ يَا ذَا الْعَرْشِ الْمَجِيدِ يَا فَعَّالُ لِمَا يُرِيدُ اهْدِ قَلْبَ زَوْجِي فُلَان بِن فُلَانَةٍ نَحْوِي بِحُبِّكَ وَرَحْمَتِكَ
इसे हरे या सफ़ेद कागज़ पर ज़ाफ़रानी स्याही से जुमे की सुबह लिखवाएं। चाँदी के ताबीज में डालकर गले में या बाजू पर बाँध लें।
H2: ५. वो छोटी सी दुआ जो हर वक़्त पढ़ सकती हैं
जब भी शोहर से बात करें या वो सामने आए, दिल ही दिल में ७ बार पढ़ें:
رَبِّ إِنَّهُنَّ أَضْلَلْنَ كَثِيرًا مِّنَ النَّاسِ فَمَن تَبِعَنِي فَإِنَّهُ مِنِّي
इंशाअल्लाह शोहर खुद-ब-खुद आपकी बात मानने लगेगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
प्रश्न १: क्या ये अमल शरीयत के खिलाफ़ हैं?
उत्तर: नहीं। ये सब क़ुरआनी आयतें और जायज़ दुआएँ हैं। जादू-टोना नहीं।
प्रश्न २: कितने दिन में असर दिखता है?
उत्तर: ज्यादातर बहनों को ७ से २१ दिन में फर्क़ नज़र आता है।
प्रश्न ३: क्या गुस्से में भी ये अमल करें?
उत्तर: गुस्से में न करें। वुज़ू करके सुकून से अमल करें।
प्रश्न ४: अगर शोहर किसी और औरत के चक्कर में है तो?
उत्तर: सूरह यासीन वाला अमल और आयतुल कुर्सी का वज़ीफ़ा सबसे तेज़ असर करता है।
प्रश्न ५: तावीज़ कहाँ से लिखवाएँ?
उत्तर: किसी नेक मौलाना साहब या आलिम से लिखवाएँ जो तावीज़ लिखने का हक़ रखते हों।
अल्लाह तआला आपकी शादी को ख़ुशगवार बनाए और आपके शोहर का दिल हमेशा आपके लिए मोहब्बत से भर दे – आमीन।
अगर आपको और कोई ख़ास अमल चाहिए तो नीचे कमेंट करें। दुआओं में याद रखें।
